गुरुवार, 14 मार्च 2013

हाइकू:गर्मी के दिन




१.
बेछत घर
तड़पती जिन्दगी
झुलसते हैं
२.
व्याकुल मन
तपता अंगनारा
छाया सन्नाटा
३.
चुभती धूप
गर्मी से अकुलाये
छिपे परिन्दे
४.
थके पथिक
छाया को तरसते
जलते पांव
५.
आग लगाये
सूखे कण्ठ कोकिला
गर्मी के दिन
६.
पेड़ों की छाया
जेठ की दुपहरी
बात निराली
७.
हो रही शाम
लालिमा आकाश में
छिपता सूरज
८.
दिन तपता
खुद ही सिमटता
रात सुहानी
 
 







 
Place Your Ad Code Here

48 टिप्‍पणियां:

  1. vah bhayee Rajendar ji, थके पथिक
    छाया को तरसते
    जलते पांव
    ५.
    आग लगाये
    सूखे कण्ठ कोकिला
    गर्मी के दिन
    ६.
    पेड़ों की छाया
    जेठ की दुपहरी
    बात निराली
    ७.
    हो रही शाम
    लालिमा आकाश में
    छिपता सूरज
    ८.
    दिन तपता
    खुद ही सिमटता
    रात सुहानी

    जवाब देंहटाएं
  2. गर्मी कि तड़पन से भरे सुन्दर हाइकू !!
    आभार !!

    जवाब देंहटाएं
  3. चुभती धूप
    गर्मी से अकुलाये
    छिपे परिन्दे
    ,,,,सुंदर हाइकू राजेन्द्र भाई,,,

    Recent post: होरी नही सुहाय,

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत बढ़िया , गर्मी आने से पहले ही गर्मी का अहसास......

    जवाब देंहटाएं
  5. आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवारीय चर्चा मंच पर ।।

    जवाब देंहटाएं
  6. एक से एक
    सटीक हाईकू है ...

    जवाब देंहटाएं
  7. बेहतरीन हाइकू राजेन्द्र भाई वाह बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत ही सुन्दर और स्टिक हाइकू.

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत ही सटीक हाइकू हैं गर्मी की मौसम पर.

    जवाब देंहटाएं
  10. शानदार राजेन्द्र भाई,बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  11. अतिसुन्दर हाइकू,धन्यबाद.

    जवाब देंहटाएं
  12. गर्मी का अहसास,सुन्दर चित्रण.

    जवाब देंहटाएं
  13. आहा,क्या सुन्दर हाइकू बने है,धन्यबाद.

    जवाब देंहटाएं
  14. बहुत खूब .. यू ऐ ई में तो गर्मियां आने वाली हैं अब ...
    लाजवाब हाइकू से स्वागत किया है आपने ...

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. स्वागत के लिए तो तैयार ही हैं,हमलोग ए.सी. में रहते है फिर भी अपने गावों के दृश्य तो झलकते रहते है न सर जी.

      हटाएं
  15. दिन तपता
    खुद ही सिमटता
    रात सुहानी......bahut sundar....

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत सुन्दर और प्रेरक हाइकू!
    साझा करने के लिए आभार!

    जवाब देंहटाएं
  17. दिन तपता
    खुद ही सिमटता
    रात सुहानी

    ...लाज़वाब! सभी हाइकु बहुत सुन्दर..

    जवाब देंहटाएं

  18. अच्छे बिम्ब ,भाव कणिकाएं ,सभी हाइकू उल्लेख्य .

    जवाब देंहटाएं
  19. थके पथिक
    छाया को तरसते
    जलते पांव -----bahut sunder

    जवाब देंहटाएं
  20. ग्रीष्म का काव्यमय सुन्दर प्रस्तुतिकरण...
    सभी हायकू बेहतरीन हैं...
    एक से बढ़ कर एक...

    जवाब देंहटाएं
  21. ये गर्मी के दिन शब्दों से झाँक रहे हैं !
    बढ़िया !

    जवाब देंहटाएं
  22. आपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 16/03/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  23. बहुत बढ़िया हायकू प्रस्तुति..

    जवाब देंहटाएं
  24. सुंदर हायकू लेकिन इतनी जल्दी गर्मी परेशान कर डालेगी.

    जवाब देंहटाएं
  25. सुन्दर हाइकु . सारे बहुत अच्छे हैं.

    जवाब देंहटाएं

आपकी मार्गदर्शन की आवश्यकता है,आपकी टिप्पणियाँ उत्साहवर्धन करती है, आपके कुछ शब्द रचनाकार के लिए अनमोल होते हैं,...आभार !!!